दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा की एक सोसायटी में रहने वाले चीनी नागरिक को कोरानावायरस होने की अफवाह उसके ही किसी ने फैला दी थी, इससे घबराकर उसने खुद को अपने फ्लैट में बंद कर लिया। इसकी जानकारी होने पर जब पुलिस तो उसने उन्हें चले जाने के लिए कहा। पुलिस ने स्वास्थ्य कर्मियों को बुलाया। लेकिन चीनी नागरिक ने दरवाजा नहीं खोला। पूरी रात पुलिस व स्वास्थ्य कर्मी सोसाइटी परिसर में खड़े रहे। गुरुवार सुबह 9 बजे उसने दरवाजा खोला तो उसकी जांच की गई।
चीनी नागरिक ओप्पो मोबाइल कंपनी में अफसर है। उसका ऑफिस गुरुग्राम में है। मंगलवार रात वह ऑफिस से लौटा था। लेकिन, बुधवार को वह ऑफिस नहीं गया। ऑफिस वालों ने बुलाया तो उसने जाने से मना कर दिया। इसी बीच चीनी नागरिक के दोस्त ने पुलिस को सूचना देकर बताया था कि वो कोरोनावायरस का संदिग्ध मरीज है। रात करीब 9 बजे पुलिस सोसाइटी पहुंची। घंटों प्रयास करने के बाद चीनी नागरिक ने दरवाजा नहीं खोला। भीतर से आवाज आई कि गो फ्राम हियर, आई विल नॉट ओपन द डोर।
गुरुवार को भी नहीं गया ऑफिस
गुरुवार सुबह 9 बजे जब उसने दरवाजा खोला, तब पुलिस ने उसके घर की और स्वास्थ्य विभाग कर्मियों ने उसकी जांच की। जांच में सबकुछ ओके मिलने के बाद सभी ने राहत की सांस ली। लेकिन, चीनी नागरिक के मन से कोरोना की दहशत नहीं गई। वह गुरुवार को भी ऑफिस नहीं गया। हालांकि, उसने खुद को फ्लैट में बंद नहीं किया।
28 दिन पहले चीन से लौटा था, तब हुईं थी जांचें
गौतमबुद्धनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अनुराग भार्गव ने कहा- चीनी नागरिक बिल्कुल ठीक है। उसमें कोरोनावायरस का कोई लक्षण नहीं हैं। उसकी जांच की कोई जरूरत नहीं है। 28 दिन पहले उसकी सभी जांच हो चुकी हैं। सोसाइटी के सचिव श्योम वीर ने बताया कि, चीनी नागरिक 2 फरवरी को अपने देश से नोएडा आया था। वह नार्मल है। एयरपोर्ट पर पहले इसकी जांच हुई थी जो नेगेटिव थी। बेवजह से अफवाह फैलाई जा रही है, जिससे वो युवक डर गया था, इसलिए उसने खुद को फ्लैट में बंद कर लिया था।